ट्रैवल: अंग्रेजों का पसंदीदा ग्रीष्मकालीन क्षेत्र था डलहौजी डलहौजी एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है जो हिमाचल प्रदेश में पांच पहाड़ियों (कैथलॉग पोट्रे, तेहरा, बकरोटा और बोलुन) में फैला हुआ है, जहां से धौलाधार पर्वतमाला की बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा दिखता है। By Lotpot 23 May 2024 in Travel New Update अंग्रेजों का पसंदीदा ग्रीष्मकालीन क्षेत्र था डलहौजी Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 ट्रैवल: अंग्रेजों का पसंदीदा ग्रीष्मकालीन क्षेत्र था डलहौजी:- डलहौजी (Dalhousie) एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है जो हिमाचल प्रदेश में पांच पहाड़ियों (कैथलॉग पोट्रे, तेहरा, बकरोटा और बोलुन) में फैला हुआ है, जहां से धौलाधार पर्वतमाला (Dhauladhar ranges) की बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा दिखता है। अपने घास के मैदानों, घने जंगलों और झरनों के लिए प्रसिद्ध इस शहर की अलग-अलग ऊंचाई इसे विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों से रंगती हैं जिसमें देवदार, ओक और फूल वाले रोडोडेंड्रोन (rhododendrons) के आलीशान खांचे (stately grooves) शामिल हैं। (Travel) 1854 में स्थापित इस घाटी का नाम लॉर्ड डलहौजी के नाम पर रखा गया है और यह अंग्रेजों के पसंदीदा ग्रीष्मकालीन स्थलों में से एक थी। डलहौजी पुरानी दुनिया का आकर्षण, मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्राकृतिक परिदृश्य, देवदार से ढकी घाटियाँ और शानदार धुंध भरे पहाड़ प्रदान करता है। सेंट पैट्रिक चर्च (St Patricks Church), सेंट जॉन चर्च (St John's Church) और सेंट फ्रांसिस चर्च (St Francis Church) जैसे चर्चों की स्कॉटिश और विक्टोरियन युग की वास्तुकला (Scottish and Victorian-era architecture) इसकी औपनिवेशिक विरासत की याद दिलाती है। तिब्बती संस्कृति के लिबास ने इस शांत रिसॉर्ट में विदेशीता का स्पर्श जोड़ दिया है। डलहौजी ऊनी हिमाचली शॉल, तिब्बती हस्तशिल्प, चंबा रूमाल और अन्य सामग्री के लिए भी जाना जाता है। इन्हें मॉल रोड से खरीदा जा सकता है जो शहर का मुख्य बाजार है। (Travel) खजियार (Khajjiar) के बिना डलहौजी की यात्रा अधूरी है। भारत के मिनी स्विट्जरलैंड (mini Switzerland of India) के रूप में जाना जाने वाला खजियार सिर्फ 21 किमी दूर है। यह छोटा पहाड़ी शहर, सफेद बर्फ से लदे पहाड़ों और हरे-भरे चरागाहों वाली भूमि के मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। खजियार में कालाटोप वन्यजीव अभयारण्य (Kalatop Wildlife Sanctuary) लुप्तप्राय प्रजातियों की उत्कृष्ट विविधता और पृष्ठभूमि में पहाड़ों के मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। डलहौजी से लगभग 50 किमी दूर स्थित चंबा भी देखने लायक है। (Travel) डलहौजी में एवं उसके आस पास घूमने लायक जगहें:- 1) पंचपुला झरना (Panchpula Waterfall): पंचपुला एक सुंदर और शांत गंतव्य है जो अपने झरने, हरी-भरी हरियाली और कई नदियों के संगम के लिए जाना जाता है। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श विश्राम स्थल है, जो मनमोहक दृश्य और शांत वातावरण प्रदान करता है। (Travel) 2) खजियार (Khajjiar): खजियार को अक्सर “भारत का मिनी-स्विट्जरलैंड” कहा जाता है, खजियार डलहौजी के करीब स्थित एक छोटा सा शहर है और एक दिन या रात भर की यात्रा के लिए बहुत अच्छा है। खजियार अपने आदर्श घास के मैदानों के लिए जाना जाता है। आप कैंपिंग करके दृश्यों का आनंद ले सकते हैं या पैराग्लाइडिंग, ज़ोरबिंग और घुड़सवारी सहित कुछ साहसिक खेलों में भाग ले सकते हैं। 6,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित, खजियार अपने नौ-होल गोल्फ कोर्स के लिए भी जाना जाता है, जो हरे-भरे हरियाली और लुभावने परिदृश्य के बीच स्थित है। 3) कालाटोप खजियार अभयारण्य (Kalatop Khajjiar Sanctuary): कालाटोप नाम का अर्थ है “काली टोपी” (black cap), जो अभयारण्य में सबसे ऊंची पहाड़ी की चोटी पर घने, काले जंगल को संदर्भित करता है। रावी नदी पर चंबा बांध और चमेरा जलाशय से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यह वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध माना जाता है। अभयारण्य के उत्तर में रावी नदी में सैकड़ों छोटी मीठे पानी की धाराएँ बहती हैं। (Travel) 4) लक्ष्मी नारायण मंदिर (Laxmi Narayan Temple): 920 और 940 ईस्वी के बीच निर्मित, डलहौजी में लक्ष्मी नारायण मंदिर चंबा क्षेत्र में एक प्राचीन मंदिर है। मंदिर में भगवान विष्णु और शिव को समर्पित छह मंदिर हैं, जो शिखर शैली (Shikhara style) में निर्मित हैं। मंदिर में सुंदर मूर्तियाँ, मंदिर, गर्भगृह और मंडप हैं। मुख्य देवता भगवान विष्णु की मूर्ति दुर्लभ संगमरमर से बनी है। 5) सतधारा जलप्रपात (Satdhara Falls): यह चंबा घाटी के शानदार दृश्यों से घिरा हुआ है बर्फ से ढकी श्रृंखलाओं, ताजे-हरे चीड़ और देवदार के पेड़ों के साथ। सतधारा का अर्थ है सात झरने। अपने व्यस्त जीवन में कुछ शांति की तलाश करने वाले लोगों के लिए यह एक आदर्श स्थान है। राजसी सतधारा झरने (majestic Satdhara Falls) का क्रिस्टल साफ पानी खुशी से झूम उठता है क्योंकि छोटी-छोटी बूंदें चट्टानों से उछलकर हमारी ओर आती हैं। 6) डैनकुंड चोटी (Dainkund Peak): डैनकुंड पीक, जिसे सिंगिंग हिल के नाम से भी जाना जाता है, डलहौजी में 2755 वर्ग मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। डलहौजी का सबसे ऊंचा स्थान होने के कारण, यह चोटी आश्चर्यजनक हरी-भरी घाटियों और पहाड़ों का विहंगम दृश्य प्रस्तुत करती है। (Travel) lotpot | lotpot E-Comics | travel | travel places in India | travel destinations India | Travel destinations | Himachal travel places in hindi | Himachal travel places | भारत का मिनी स्विट्जरलैंड | डलहौजी की स्थापना कब हुई | Favorite Summer area of the British | Travel Himachal Pradesh | Places to visit in and around Dalhousie in hindi | Places to visit in and around Dalhousie | खजियार कहाँ है? 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